आया शुभ दिन आँगन आया,
लाया ख़ुशियाँ हजारो लाया,
श्री जिन मनोज्ञ सूरी गुरुराया,
जन्मदिन जो आपका आया,
खिल उठा है बागवान,
गुरु मेरे शासन की है शान,
जय गुरुदेव जय जय गुरुदेव।।
तर्ज – कण कण सु गूंजे।
आनंद कंद है प्रेमवंत,
गुरु भगवंत हमारे,
इस वसुधरा पर विचर रहे,
आचार्य पद को धारे,
मिले वीर के वेश में हमको,
देखो स्वयं भगवान हो,
गुरु मेरे शासन की है शान,
जय जय जय गुरुदेव महान।।
दशो दिशाएँ झुम रही है,
मस्त है आज फिजाये,
धरती गगन में ख़ुशियाँ है,
चारो ओर आनंद छाये,
श्री मनोज्ञ सूरी गुरुदेव का ‘दिलबर’,
भक्त करे गुणगान,
गुरु मेरे शासन की है शान,
गुरु मेरे शासन की है शान,
जय जय जय गुरुदेव महान।।
आया शुभ दिन आँगन आया,
लाया ख़ुशियाँ हजारो लाया,
श्री जिन मनोज्ञ सूरी गुरुराया,
जन्मदिन जो आपका आया,
खिल उठा है बागवान,
गुरु मेरे शासन की है शान,
जय गुरुदेव जय जय गुरुदेव।।
गायक – श्री हर्ष व्यास।