अहलवती का लाला,
करता कमाल है,
खाटू वाला श्याम,
नीले घोड़े पे सवार है,
प्रेमियों को दर पे,
बुलाया करो जी,
बाबा भक्तों को,
दर्श दिखाया करो जी बाबा,
बाबा भक्तों को,
दर्श दिखाया करो।।
रंग बिरंगे बागे में,
बाबा बड़े सजते है,
ग्यारस की वो रात बाबा,
इनने सोणे लगते,
मंद मंद मुस्काया करो जी,
बाबा भक्तों को,
दर्श दिखाया करो।।
श्याम नाम के,
गूंजे जयकारे है,
कोई कहता बाबा,
कोई हारे के सहारे है,
कद मोर छड़ी लहराया करो जी,
बाबा भक्तों को,
दर्श दिखाया करो।।
कोई आवे पैदल कोई,
पेट पलनिया आता है,
कोई प्रेमी श्याम कुण्ड में,
डुबकी लगाता है,
थोड़ा मधुर पे प्यार लुटाया करो जी,
बाबा भक्तों को,
दर्श दिखाया करो।।
अहलवती का लाला,
करता कमाल है,
खाटू वाला श्याम,
नीले घोड़े पे सवार है,
प्रेमियों को दर पे,
बुलाया करो जी,
बाबा भक्तों को,
दर्श दिखाया करो जी बाबा,
बाबा भक्तों को,
दर्श दिखाया करो।।
गायक – मधुर जी।