बाबोसा चूरू वाले रिम झिम उतारे तेरी आरती लिरिक्स
बाबोसा चूरू वाले की आरती, देवा बाबोसा चूरू वाले, भक्तो के है रखवाले, रिम झिम उतारे तेरी आरती, बाबोसा रिम झिम उतारे तेरी आरती।BS। सिर पे मुकुट कान में कुंडल, हाथ में सोटा साजे, जग …
बाबोसा चूरू वाले की आरती, देवा बाबोसा चूरू वाले, भक्तो के है रखवाले, रिम झिम उतारे तेरी आरती, बाबोसा रिम झिम उतारे तेरी आरती।BS। सिर पे मुकुट कान में कुंडल, हाथ में सोटा साजे, जग …
श्री जगदीश जी की आरती जय जगदीश हरे, प्रभु! जय जगदीश हरे। भक्तजनों के संकट, छन में दूर करे॥ जय जगदीश हरे जो ध्यावै फल पावै, दु:ख बिनसै मनका। सुख सम्पत्ति घर आवै, कष्ट मिटै तनका॥ …
श्री राधा जी की आरती, आरती प्रीतम प्यारी की, कि बनवारी नथवारी की। दुहुँन सर कनक-मुकुट झलकै, दुहुँन श्रुति कुण्डल भल हलकै, दुहुँन दृग प्रेम सुधा छलकै, चसीले बैन, रसीले नैन, गँसीले सैन, दुहुँन मैनन …
संतोषी माता की आरती जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता । अपने सेवक जन को, सुख संपति दाता ॥ सुंदर चीर सुनहरी, मां धारण कीन्हो । हीरा पन्ना दमके, तन श्रृंगार लीन्हो ॥ गेरू …
श्री सीता जी की आरती आरती श्री जनक दुलारी की , सीता जी रघुवर प्यारी की || जगत जननी जग की विस्तारिणी, नित्य सत्य साकेत विहारिणी , परम दयामयी दिनोधारिणी, सीता मैय्या भक्तन हितकारी की …