सूर्य देव भगवान की आरती
सूर्य देव भगवान की आरती ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान। जगत् के नेत्र स्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा। धरत सब ही तव ध्यान, ऊँ जय सूर्य भगवान।। सारथी अरूण हैं प्रभु तुम, श्वेत …
सूर्य देव भगवान की आरती ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान। जगत् के नेत्र स्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा। धरत सब ही तव ध्यान, ऊँ जय सूर्य भगवान।। सारथी अरूण हैं प्रभु तुम, श्वेत …
भगवान शिव जी की आरती, कर्पूरगौरं करुणावतारं, संसारसारं भुजगेन्द्रहारं, सदा वसन्तं ह्रदयाविन्दे, भव भवानी सहितं नमामि। जय शिव ओंकारा हर ॐ शिव ओंकारा, ब्रम्हा विष्णु सदाशिव अद्धांगी धारा।। ॐ जय शिव ओंकारा…… एकानन चतुरानन पंचांनन …
श्री कुञ्ज बिहारी जी की आरती, आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की।। गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला, श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला, गगन सम अंग कांति काली, राधिका …
आरती किजे हनुमान लला की, दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।। जाके बल से गिरवर काँपे, रोग दोष जाके निकट ना झाँके।। अंजनी पुत्र महा बलदाई, संतन के प्रभु सदा सहाई।। दे वीरा रघुनाथ पठाये, लंका …
श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन हरण भवभय दारुणं । नवकंज लोचन, कंजमुख, करकुंज, पदकंजारुणं॥ श्री राम जय जय राम। कंदर्प अगणित अमित छबि, नवनीलनीरद सुन्दरं । पट पीत मानहु तडीत रुचि शुचि नौमि जनक सुतावरं …