मंगल की सेवा सुन मेरी देवा काली माता आरती लिरिक्स
मंगल की सेवा सुन मेरी देवा, हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े, पान सुपारी ध्वजा नारियल, ले ज्वाला तेरी भेंट धरे, सुन जगदम्बे कर ना विलम्बे, संतन के भडांर भरे। संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली, जय काली …
मंगल की सेवा सुन मेरी देवा, हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े, पान सुपारी ध्वजा नारियल, ले ज्वाला तेरी भेंट धरे, सुन जगदम्बे कर ना विलम्बे, संतन के भडांर भरे। संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली, जय काली …
श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं, श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं, हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं, आरती गाऊं प्यारे आपको रिझाऊं, श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊँ।। ये भी देखे – श्री भागवत भगवान की है …
आरती कीजे श्री रघुवर जी की, सत चित आनन्द शिव सुन्दर की।। दशरथ तनय कौशल्या नन्दन, सुर मुनि रक्षक दैत्य निकन्दन, अनुगत भक्त भक्त उर चन्दन, मर्यादा पुरुषोत्तम वर की, आरती कीजै श्री रघुवर जी …