छोटा सा योगी अलख जगावे नगरी की गली गली म्ह
छोटा सा योगी अलख जगावे, नगरी की गली-गली म्ह।। अलख निरंजन अलख निरंजन, दे दयो माई भिक्षा भोजन, न्यू आवाज लगावै, नगरी की गली-गली म्ह।। बेह माता नै इसा रूप बणाया, कंचन जैसी चमकै काया, …
छोटा सा योगी अलख जगावे, नगरी की गली-गली म्ह।। अलख निरंजन अलख निरंजन, दे दयो माई भिक्षा भोजन, न्यू आवाज लगावै, नगरी की गली-गली म्ह।। बेह माता नै इसा रूप बणाया, कंचन जैसी चमकै काया, …
नाथ मेरा धूणे प आवे है, किसा बरसे रंग बागड म।। तर्ज – नाथ का चिमटा बाजे री। सबके मन की पुरी होती, नाथ स निराला यो..2, दूर दूर त दूनिया आवे, सोए भाग जगावें …
मेरे गोरख धूणे आले हो, तेरे जग में खेल निराले हो, तने कद का रहा पुकार गोरख जी, आज्या न एक बार गोरख जी।। तेरे नाम की ज्योत जगाई, करया तेरा जगराता, क्यों तू देर …
बाबा जी तेरे भगवे अन्दर, इसा कौण सा लाग्या सैन्ट, जो भी तेरे दर पै आवै, भगत बणै तेरा परमानैन्ट।। सुगंध अनोखी तेरे भगवें की, तीन लोक मोहित करती, पारस जैसी चमक है इसमै, चमकै …
राम नाम की धुन में, बाबा मगन हो गया, मगन हो गया मगन हो गया, मगन हो गया रे, राम नाम की धुन मे, बाबा मगन हो गया।। बाबा को ना ख्याल, कोई आवे कोई …