हमें निज धर्म पर चलना सिखाती रोज़ रामायण भजन लिरिक्स
हमें निज धर्म पर चलना, सिखाती रोज़ रामायण, सदा शुभ आचरण करना, सिखाती रोज़ रामायण।। जिन्हे संसार सागर से, उतर कर पार जाना है, उन्हे सुख के किनारे पर, लगाती रोज़ रामायण, सदा शुभ आचरण …
हमें निज धर्म पर चलना, सिखाती रोज़ रामायण, सदा शुभ आचरण करना, सिखाती रोज़ रामायण।। जिन्हे संसार सागर से, उतर कर पार जाना है, उन्हे सुख के किनारे पर, लगाती रोज़ रामायण, सदा शुभ आचरण …
तेरे मन में राम, तन में राम। दोहा – राम नाम की लूट है, लूट सके तो लूट, अंत काल पछतायेगा, जब प्राण जायेंगे छूट। तेरे मन में राम, तन में राम, रोम रोम में …
तेरे जैसा राम भगत, कोई हुआ ना होगा मतवाला, एक जरा सी बात की खातिर, सीना फाड़ दिखा डाला।। तर्ज – क्या मिलिए ऐसे लोगो। आज अवध की शोभी लगती, स्वर्ग लोक से भी प्यारी, …
राम तेरी गंगा मैली हो गई, दोहा – तेरी धरोहर तेरी निशानी, लिए फिरूँ मैं बनी दीवानी, भुलाने वाले कभी तो आजा, की तेरी गंगा है पानी पानी, की तेरी गंगा है पानी पानी।। एक …
सुबह शाम आठो याम, यहीं नाम लिए जा, खुश होंगे हनुमान, राम राम किए जा।। लिखा था राम नाम वो, पत्थर भी तर गए किए राम से जो बैर, जीते जी वो मर गए बस …