रे मन मूर्ख कब तक जग में जीवन व्यर्थ बिताएगा
रे मन मूर्ख कब तक जग में, जीवन व्यर्थ बिताएगा, राम नाम नहीं गाएगा तो, अंत समय पछताएगा।। जिस जग में तू आया यह, एक मुसाफिर खाना है, सिर्फ़ रात भर रुकना इसमें, सुबह सफ़र …
रे मन मूर्ख कब तक जग में, जीवन व्यर्थ बिताएगा, राम नाम नहीं गाएगा तो, अंत समय पछताएगा।। जिस जग में तू आया यह, एक मुसाफिर खाना है, सिर्फ़ रात भर रुकना इसमें, सुबह सफ़र …
स्वागत में श्री राम के, दिल अपना बिछाएंगे, हम अवधपुरी को दुल्हन, हम अवधपुरी को दुल्हन, जैसी सजाएंगे, स्वागत मे श्रीराम के, दिल अपना बिछाएंगे।BS। तर्ज – देना हो तो दीजिये। देख रहे थे जो …
कलयुग के वनवास को देकर, पूर्ण वो विश्राम, आ रहें श्री राम, अयोध्या आ रहे श्री राम, अयोध्या आ रहें श्री राम।। रघुनंदन का राज भवन में, हो रहा प्रवेश, लखन जानकी हनुमान सन्ग, आ …
बहुत दिनों की आस हमारी, पूरी हो गई आज, राम प्रभु घर आए है, स्वागत में सब फूल बिछाओ, गाओ मंगलगान, राम प्रभु घर आए है।। दशरथ नन्दन राम, कोशल्या के राम प्यारे है, हम …
आ ही गया आ ही गया, मेरा राम अवध में आ ही गया, श्री राम का भगवा देखो, पूरे विश्व में छा ही गया, आ ही गया आ ही गया, मेरा राम अवध मे आ …