रणुजे री जाईजे माँ म्हने पूंगल गढ परणाईए माँ
रणुजे री जाईजे माँ म्हने, पूंगल गढ परणाईए माँ, पूंगल गढ परणाईए माँ मनी, दुखड़ा में परणाईए माँ, दुखड़ा में परणाईए माँ मनी, अलगोड़ी परणाईए माँ, अलगोड़ी परणाईए माँ मनी, पूंगल गढ़ परणाई।। रामदेवजी रो …
रणुजे री जाईजे माँ म्हने, पूंगल गढ परणाईए माँ, पूंगल गढ परणाईए माँ मनी, दुखड़ा में परणाईए माँ, दुखड़ा में परणाईए माँ मनी, अलगोड़ी परणाईए माँ, अलगोड़ी परणाईए माँ मनी, पूंगल गढ़ परणाई।। रामदेवजी रो …
बाबा छमछम बाजे घूघरा, ए रुणझुण बाजे घूघरा, घोड़े रा बाजे पोड जी, लीले री असवारी आवे, बाबा री असवारी आवे, आवे रामा पीरजी।। अर्ज करू रे अजमाल रा, बाबा अर्ज करू रे अजमाल रा …
परचासु पीर केवाया ओ रामा, परशासु पीर केवाया ओ, रमता रामदेव रणुजे भले आया, रे राम मारा पीर जी, द्वारकासु आया ओ राम।। पालने आवे नी मारा, प्रेम गुरु पोढिया रे, हालरिये हुलराया ओ रामा, …
पिछम धरा में राजा रामदेव, वे जोधा अजमल वाला। श्लोक – पूंगलगढ़ रा उजड्या बाग़ में , जद तंदुरो खनकायो, डाल डाल में सरगम गुंजी , पत्तो पत्तो हर्षायो। लेवे वारना मनसा मालन , जद …
कलयुग रा अवतार, माता मैणादे रा लाल, रणुजे वाला आया जी में थारोडे दरबार, रणुजे वाला आया जी में थारोडे दरबार।। मास भादवे मेलो लागे, नगर रणुजे माय, अजमलजी रा लाला, आया जी में थारोडे …