जबसे मिला है मुझे ये दरबार,
अपनी तो दुनिया बदल गई यार,
चाँदी चाँदी हो गई मेरी,
चाँदी चाँदी हो गई।।
तर्ज – टोटे टोटे हो गया दिल।
दुःख के बादल सब दूर हुए,
खुशियाँ ही खुशियाँ छाई है,
मेरी वैष्णो माँ की किरपा से,
ये रात सुहानी आई है,
अब ना किसी की है दरकार,
अपनी तो दुनिया बदल गई यार,
चाँदी चाँदी हो गई मेरी,
चाँदी चाँदी हो गई।।
संसार में सारे घूम लिया पर,
चैन कहीं ना पाया मैं,
रोते रोते बड़ी मुश्किल से,
दरबार में माँ के आया मैं,
वैष्णो माँ ने सुनली पुकार,
अपनी तो दुनिया बदल गई यार,
चाँदी चाँदी हो गई मेरी,
चाँदी चाँदी हो गई।।
जबसे मिला है मुझे ये दरबार,
अपनी तो दुनिया बदल गई यार,
चाँदी चाँदी हो गई मेरी,
चाँदी चाँदी हो गई।।