जीवन में सुख दुःख आते,
कभी ख़ुशी कभी गम लाते,
दिल से आवाज ये आती,
धड़कन भी यही समझाती,
भरोसा ये हमारा पक्का है,
साथी ये सच्चा है।।
तर्ज – ये बंधन तो प्यार का बंधन है।
नरसी ने श्याम भरोसे,
जग के सारे के सारे सुख त्यागे,
मीरा द्रोपती ने किया था,
समर्पण श्याम के आगे,
तन मन जो अपना वारे,
जीवन में कभी ना हारे,
भरोसा ये हमारा पक्का है,
साथी ये सच्चा है।।
विश्वास अगर जो ना हो,
इतिहास उठाकर देखो,
है भाव का भूखा कन्हैया,
चाहे आजमाकर देखो,
हाथों की रेखा बदले,
किस्मत का लेखा पलटे,
भरोसा ये हमारा पक्का है,
साथी ये सच्चा है।।
बदले चाहे सारा जमाना,
मेरा श्याम नही बदलेगा,
रघुकुल से रित चली आई,
आंसू से ही पिघलेगा,
‘मोहित’ अनुभव ये सुनाए,
हारी बाजी ये जिताए,
भरोसा ये हमारा पक्का है,
साथी ये सच्चा है।।
जीवन में सुख दुःख आते,
कभी ख़ुशी कभी गम लाते,
दिल से आवाज ये आती,
धड़कन भी यही समझाती,
भरोसा ये हमारा पक्का है,
साथी ये सच्चा है।।