जिस दिन जाग उठा हिंदुत्व,
तो ये अंजाम बोलेगा,
की टोपी वाला भी सर झुका के,
जय श्री राम बोलेगा।।
जिस दिन खोला खून मेरा,
दिखला देंगे औकात तेरी,
फिर तो हम नहीं बोलेंगे,
बस बोलेगी तलवार मेरी,
की हर हर महादेव का नारा,
हिंदुस्तान बोलेगा,
की टोपी वाला भी सर झुका के,
जय श्री राम बोलेगा।।
मर्यादा पुरषोत्तम पर अब,
सितम नहीं होने देंगे,
चैन से गर नहीं सोये हम तो,
चैन से ना सोने देंगे,
झूठा बोल नहीं पायेगा,
बस ईमान बोलेगा,
की टोपी वाला भी सर झुका के,
जय श्री राम बोलेगा।।
कहते है ‘कुलदीप’ की मर मिट,
जाने को तैयार है हम,
राम के नाम पे कुर्बान हो,
जाने को बेक़रार है हम,
कहते है ‘संदीप चतुर्वेदी’,
मेरा काम बोलेगा,
की टोपी वाला भी सर झुका के,
जय श्री राम बोलेगा।।
जिस दिन जाग उठा हिंदुत्व,
तो ये अंजाम बोलेगा,
की टोपी वाला भी सर झुका के,
जय श्री राम बोलेगा।।