ना त्रेता में ना द्वापर में,
ना सतयुग में ये भाग्य मिला,
कलयुग में मेरे राम लला को,
अवध पूरी में राज्य मिला।।
अब बाबर औरंगजेब की ना,
ओलादे हम पलने देंगे,
जहां जहां भगवान बसे है,
मंदिर वहां बनायेंगे,
कारसेवको के बलिदान को,
अब जाके इंसाफ मिला,
कलयुग में मेरे रामलला को,
अवध पूरी में राज्य मिला।।
बजरंग दल के शेरो ने,
जब ललकार लगाई थी,
हिंदू महासभा ने भी,
साथ दहाड़ लगाई थी,
स्वयंसेवकों के बलिदान को,
अब जाके इंसाफ मिला,
कलयुग में मेरे रामलला को,
अवध पूरी में राज्य मिला।।
बीजेपी के सब शेरो ने,
अब जाके ये काम किया,
रामलला के मंदिर का,
भव्य रूप निर्माण किया,
कोठारी बंधु के बलिदान को,
अब जाके इंसाफ मिला,
कलयुग में मेरे रामलला को,
अवध पूरी में राज्य मिला।।
राम राज्य फिर आ रहा है,
‘शिवम’ का यही कहना,
धर्म सनातन सबसे ऊंचा,
जाति में ना तुम बटना,
गर्व से कहो हम हिंदू है,
सनातन में जो जन्म मिला,
कलयुग में मेरे रामलला को,
अवध पूरी में राज्य मिला।।
ना त्रेता में ना द्वापर में,
ना सतयुग में ये भाग्य मिला,
कलयुग में मेरे राम लला को,
अवध पूरी में राज्य मिला।।
गायक – शिवम् सनातनी।