ओ सांवरे ओ सांवरे,
ओ सांवरे ओ सांवरे,
भरोसा मेरा नहीं हारेगा,
है भरोसा मुझे,
मेरा भी जीवन तू सवारेगा,
है भरोसा मुझे,
ओ साँवरे ओ साँवरे,
ओ साँवरे ओ साँवरे।।
तर्ज – ओ साहिबा।
अपनों का बदल जाना,
दुनिया का है दस्तूर,
अपनों को निभाने में,
मेरा श्याम बड़ा मशहूर,
मुझे भी अपना तू बनाएगा,
है भरोसा मुझे,
ओ साँवरे ओ साँवरे,
ओ साँवरे ओ साँवरे।।
इतिहास गवाह है ये,
जब जिसने पुकारा है,
जीता है भरोसा ही,
जब श्याम सहारा है,
मेरा भी गुलशन तू निखारेगा,
है भरोसा मुझे,
ओ साँवरे ओ साँवरे,
ओ साँवरे ओ साँवरे।।
जो कुछ था पास मेरे,
सब अर्पण कर डाला,
अब हाथ उठा करके,
समर्पण कर डाला,
मेरी भी बिगड़ी तू सुधारेगा,
है भरोसा मुझे,
ओ साँवरे ओ साँवरे,
ओ साँवरे ओ साँवरे।।
ओ सांवरे ओ सांवरे,
ओ सांवरे ओ सांवरे,
भरोसा मेरा नहीं हारेगा,
है भरोसा मुझे,
मेरा भी जीवन तू सवारेगा,
है भरोसा मुझे,
ओ साँवरे ओ साँवरे,
ओ साँवरे ओ साँवरे।।