अवध में छाई खुशी की बेला लगा है अवध पुरी में मेला भजन
अवध में छाई खुशी की बेला, लगा है अवध पुरी में मेला।। राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न, संग में नाचे हनुमत चेला, लगा है अवध पुरी में मेला, अवध मे छाई खुशी की बेला, लगा है …
अवध में छाई खुशी की बेला, लगा है अवध पुरी में मेला।। राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न, संग में नाचे हनुमत चेला, लगा है अवध पुरी में मेला, अवध मे छाई खुशी की बेला, लगा है …
बाबा का दरबार सुहाना लगता है, तर्ज – दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है बाबा का दरबार सुहाना लगता है, भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है।। हमने तो बड़े प्यार से कुटिया बनायीं है, …
बंसी बजा के मेरी निंदिया चुराई, लाडला कन्हैया मेरा कृष्ण कन्हाई, कुञ्ज गली में ढूंढें तुम्हे राधा प्यारी, कहाँ गिरधारी मेरे कहाँ गिरधारी।। आँख मिचौली काहे खेले तु कान्हा, पलके बिछाए बैठी तेरी में राधा, काश …
बंसी वाले के चरणों में, सर हो मेरा, फिर ना पूछो, कि उस वक़्त क्या बात है, उनके द्वारे पे डाला है जब से डेरा, फिर ना पूछो कि कैसी मुलाक़ात है।। यह ना चाहूँ …
श्याम रंग में रंग गई राधा, भूली सुध-बुध सारी रे, राधा के मन में, बस गए श्याम बिहारी।। श्याम नाम की चुनर ओढ़ी, श्याम नाम की चुडीयाँ, अंग अंग में श्याम समाए, मिट गयी सारी …