कलयुग में मेरे राम लला को अवध पूरी में राज्य मिला
ना त्रेता में ना द्वापर में, ना सतयुग में ये भाग्य मिला, कलयुग में मेरे राम लला को, अवध पूरी में राज्य मिला।। अब बाबर औरंगजेब की ना, ओलादे हम पलने देंगे, जहां जहां भगवान …
ना त्रेता में ना द्वापर में, ना सतयुग में ये भाग्य मिला, कलयुग में मेरे राम लला को, अवध पूरी में राज्य मिला।। अब बाबर औरंगजेब की ना, ओलादे हम पलने देंगे, जहां जहां भगवान …
चली चली फिर चली चली, महाकाल की सेना चली, हर घर भगवा लहराने को, भारत की हर गली गली, चली चली फिर चली चली, महांकाल की सेना चली।। गौ हत्यारे धर्म के दुश्मन, देशद्रोही देश …
गा गा के लोरी ओ, तोला झूलना झुलावा मईया, गा गा के लोरी ओ, चंदन काठ के झूलना बने हे, फुले-फूल के झालर लगे हे, रेशम लागे डोरी, गा गा के लोरी ओ।। नव दिन …
सुनो रे दुनिया वालो, घर को आंगन को सजा दो, आ रहे अयोध्या सियाराम जी, दर्शन करने आतुर हनुमान बैठे है, जैसे सीप के मोती में ही प्राण बैठे है, ब्रह्मा विष्णु और महेश भगवान …