रामा राज कुंवर,
हो गई थारी मैहर,
जदसू किरपा हुई है,
मजा आ गया।।
तर्ज – मेरे रश्के क़मर।
रामा राज कुंवर,
हो गई थारी मैहर,
जदसू किरपा हुई है,
मजा आ गया,
जिंदगी बन गई,
हर बला टल गई,
कुछ भी गाया जुबां से,
खम्मा आ गया,
रामा राज कुँवर,
हो गई थारी मैहर,
जदसू किरपा हुई है,
मजा आ गया।।
जदसू गाई है लीला,
थारी बाप जी,
रौशनी छा गई,
जिंदगी में मेरी,
म्हणे ऐसा लगा,
भाव दिल में जगा,
तेरे दर पे जो आया,
मजा आ गया,
रामा राज कुंवर,
हो गई थारी मैहर,
जदसू किरपा हुई है,
मजा आ गया।।
भगता री सुणी,
हरदम झोली भरी,
आदे हे लेने ,
हुजूर आ गया,
पल में विपदा टली,
म्हारा रामा धणी,
देखि लीला थारी तो,
मजा आ गया,
रामा राज कुँवर,
हो गई थारी मैहर,
जदसू किरपा हुई है,
मजा आ गया।।
म्हारा रामा धणी,
महिमा थारी बड़ी,
दुरा देशा में बाबा,
री कीरत घणी,
मंदिर मोटा बण्या,
गावे सगल्या खड़्या,
मीठा भजना रा बाबा,
जम्मा जा गया,
रामा राज कुंवर,
हो गई थारी मैहर,
जदसू किरपा हुई है,
मजा आ गया।।
लाखा भगता ने है,
बाबा रो आसरो,
आवे पहाड़ा है ऊंचो,
थारो देवरो,
फेहरे धोली ध्वजा,
लीले घोड़े आजा,
‘माली परकाश’ गावे,
मजा आ गया,
रामा राज कुँवर,
हो गई थारी मैहर,
जदसू किरपा हुई है,
मजा आ गया।।
रामा राज कुंवर,
हो गई थारी मैहर,
जदसू किरपा हुई है,
मजा आ गया,
जिंदगी बन गई,
हर बला टल गई,
कुछ भी गाया जुबां से,
खम्मा आ गया,
रामा राज कुंवर,
हो गई थारी मैहर,
जदसू किरपा हुई है,
मजा आ गया।।