श्री राम की गली में तुम जाना,
वहां नाचते मिलेंगे हनुमाना,
श्री राम की गली मे तुम जाना,
वहां नाचते मिलेंगे हनुमाना।।
तर्ज – मनिहारी का भेष बनाया।
उनके तन में है राम,
उनके मन में है राम,
अपनी आंखो से देखे,
वो कण कण में राम,
श्री राम का वो हो गया दीवाना,
वहां नाचते मिलेंगे हनुमाना,
श्री राम की गली मे तुम जाना,
वहां नाचते मिलेंगे हनुमाना।।
ऐसा राम जी से,
जोड़ लिया नाता,
जब भी देखो,
उन्ही के गुण गाता,
श्री राम के चरण में ठिकाना,
वहां नाचते मिलेंगे हनुमाना,
श्री राम की गली मे तुम जाना,
वहां नाचते मिलेंगे हनुमाना।।
उनसे कहना राम राम,
वो कहेंगे राम राम,
कुछ भी सुनते नहीं,
बस सुनेंगे राम राम,
महामन्त्र है ये भूल नहीं जाना,
वहां नाचते मिलेंगे हनुमाना,
श्री राम की गली मे तुम जाना,
वहां नाचते मिलेंगे हनुमाना।।
इतनी भक्ति वो,
‘बनवारी’ करने लगे,
उनके सिने में,
राम सिया रहने लगे,
इस कहानी को जानता जमाना,
Bhajan Soundarya Lyrics,
वहां नाचते मिलेंगे हनुमाना,
श्री राम की गली मे तुम जाना,
वहां नाचते मिलेंगे हनुमाना।।
श्री राम की गली में तुम जाना,
वहां नाचते मिलेंगे हनुमाना,
श्री राम की गली मे तुम जाना,
वहां नाचते मिलेंगे हनुमाना।।
Singer / Lyrics – Jaishankar Ji Choudhary