वीर हनुमाना अति बलवाना,
राम नाम रसियो रे,
प्रभु मन बसियो रे।।
श्लोक -अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं,
दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्।
सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं,
रघुपतिप्रियभक्तं वातात्मजं नमामि।।
वीर हनुमाना अति बलवाना,
राम नाम रसियो रे,
प्रभु मन बसियो रे।।
हरि ॐ निरंजन राम,
हरी ॐ नारायण।
बाबा जो कोई आवे,
अरजी लगावे,
सबकी सुनियो रे,
प्रभु मन बसियो रे,
हरि ॐ निरंजन राम,
हरी ॐ नारायण।।
बाबा अर्ज हमारी,
मर्ज़ी तुम्हारी,
मंगल करियो रे,
प्रभु मन बसियो रे,
हरि ॐ निरंजन राम,
हरी ॐ नारायण।।
ना कोई सांगी,
आप रण दंगी,
किरपा करियो रे,
प्रभु मन बसियो रे,
हरि ॐ निरंजन राम,
हरी ॐ नारायण।।
जय हो बजरंग बाला,
फेरू थारी माला,
संकट हरियो रे,
प्रभु मन बसियो रे,
हरि ॐ निरंजन राम,
हरी ॐ नारायण।।
ना कोई संगी,
हाथ में तंगी,
जल्दी अईयो रे,
प्रभु मन बसियो रे,
हरि ॐ निरंजन राम,
हरी ॐ नारायण।।
वीर हनूमाना अति बलवाना,
राम नाम रसियो रे,
प्रभु मन बसियो रे।।